प्रकृति में रहने वाले जीवों की दोस्ती और सहायता की कहानियाँ अक्सर हमें सिखाती हैं कि दया और मदद का महत्व कितना बड़ा होता है। ऐसी ही एक कहानी है कबूतर और मधुमक्खी की, जो हमें यह सिखाती है कि कैसे दूसरों की मदद करने से हमें भी लाभ होता है। आइए, इस प्रेरणादायक कहानी को पढ़ते हैं।
कबूतर और मधुमक्खी की कहानी
एक घने जंगल में नदी के किनारे एक बड़ा पेड़ था। उस पेड़ पर एक समझदार कबूतर का बसेरा था। एक दिन, जंगल से गुजरती एक मधुमक्खी गलती से नदी में गिर गई। उसके पंख गीले हो गए और वह उड़ नहीं पा रही थी। उसने बहुत कोशिश की, लेकिन पानी से बाहर नहीं निकल सकी। जब उसे लगा कि अब उसकी जान मुश्किल में है, तो उसने मदद के लिए जोर से पुकारा।
उसकी आवाज सुनकर पेड़ पर बैठे कबूतर की नजर उस पर पड़ी। उसने तुरंत मधुमक्खी की मदद करने का निश्चय किया। कबूतर ने पेड़ से एक बड़ा पत्ता तोड़ा और उसे अपनी चोंच में पकड़कर नदी में डाल दिया। पत्ते पर चढ़कर मधुमक्खी धीरे-धीरे अपने पंख सुखाने लगी और थोड़ी देर में उड़ने लायक हो गई। उसने कबूतर का आभार व्यक्त किया और उड़कर चली गई।
कई दिन बीत गए। एक दिन वही कबूतर पेड़ पर गहरी नींद में सो रहा था। तभी एक लड़का अपने गुलेल से उसे निशाना बना रहा था। कबूतर को खतरे का अंदाजा नहीं था। ठीक उसी समय, वही मधुमक्खी वहां से गुजर रही थी। उसने लड़के को गुलेल से निशाना साधते देखा। मधुमक्खी ने तुरंत लड़के के हाथ पर डंक मार दिया। दर्द से लड़का चिल्ला पड़ा और उसकी गुलेल नीचे गिर गई।
लड़के की चिल्लाहट से कबूतर की नींद खुल गई और उसने स्थिति को समझा। कबूतर को बचाने के लिए मधुमक्खी का धन्यवाद किया और दोनों ने एक दूसरे की तरफ देख मुस्कुराए। इसके बाद वे दोनों मिलकर जंगल की ओर उड़ गए।
कहानी से सीख
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि किसी की मदद करने से हमें भी मदद मिल सकती है। संकट के समय में किसी का सहारा बनना हमें भविष्य में सुरक्षा प्रदान कर सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
प्रश्न 1: इस कहानी का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर: इस कहानी का मुख्य संदेश है कि दूसरों की मदद करने से हमें भी मदद मिलती है और यह अच्छे परिणाम लाता है।
प्रश्न 2: कबूतर ने मधुमक्खी की मदद कैसे की?
उत्तर: कबूतर ने पेड़ से एक पत्ता तोड़ा और उसे नदी में डाल दिया, जिससे मधुमक्खी उस पर चढ़कर अपने पंख सुखा सकी और उड़ गई।
प्रश्न 3: मधुमक्खी ने कबूतर को कैसे बचाया?
उत्तर: मधुमक्खी ने लड़के के हाथ पर डंक मार दिया, जो गुलेल से कबूतर को निशाना बना रहा था, जिससे लड़का चिल्लाया और गुलेल गिर गई।
प्रश्न 4: इस कहानी से हमें क्या सिखना चाहिए?
उत्तर: हमें यह सिखना चाहिए कि संकट में फंसे व्यक्ति की मदद करनी चाहिए क्योंकि इससे भविष्य में हमें भी मदद मिल सकती है।
प्रश्न 5: कबूतर और मधुमक्खी की दोस्ती कैसे बनी?
उत्तर: कबूतर और मधुमक्खी की दोस्ती संकट के समय में एक-दूसरे की मदद करने से बनी। कबूतर ने मधुमक्खी की जान बचाई और बाद में मधुमक्खी ने कबूतर को बचाया।